प्रकाशित 2024-11-22
संकेत शब्द
- समाज सुधार,
- आत्मनिर्भरता
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सार
गोपाल कृष्ण गोखले भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के महान नेता और सामाजिक सुधारक थे, जिनकी शिक्षा पर विशेष दृष्टि थी। उन्होंने भारतीय समाज के लिए एक ऐसी शिक्षा प्रणाली की कल्पना की थी, जो न केवल व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास को बढ़ावा देती, बल्कि समाज में सुधार और जागरूकता भी उत्पन्न करती। गोखले का शिक्षा चिंतन भारतीय समाज में व्याप्त अंधविश्वास, जातिवाद, और अज्ञानता को समाप्त करने के उद्देश्य से था।
उनका मानना था कि शिक्षा समाज को जागरूक करने का सबसे प्रभावशाली साधन है। उन्होंने शिक्षा को केवल एक बौद्धिक गतिविधि के रूप में नहीं, बल्कि एक नैतिक और सांस्कृतिक प्रक्रिया के रूप में देखा। गोखले का उद्देश्य था कि भारतीयों को आत्मनिर्भर और समाज के प्रति जिम्मेदार नागरिक बनाया जाए। उन्होंने शिक्षा को राष्ट्रीय उत्थान का प्रमुख माध्यम मानते हुए इसे सभी वर्गों और समुदायों तक पहुँचाने की आवश्यकता को महसूस किया।