खंड 32 No. 04 (2012): भारतीय आधुनिक शिक्षा
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एक संस्थान कर तौर पर विद्यालय

प्रकाशित 2024-11-29

संकेत शब्द

  • शैक्षिक विकास,
  • पाठ्यक्रम,
  • संस्थागत ढांचा

सार

स लेख में विद्यालय को एक संस्थान के रूप में समझने की कोशिश की गई है, जहाँ शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान का संचार करना नहीं, बल्कि छात्रों का सर्वांगीण विकास करना होता है। विद्यालय एक सामाजिक संस्थान के रूप में कार्य करता है, जो न केवल शैक्षिक, बल्कि सांस्कृतिक, मानसिक और नैतिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लेख में विद्यालय के विभिन्न पहलुओं जैसे पाठ्यक्रम, शैक्षिक गतिविधियाँ, सह-पाठ्यक्रम गतिविधियाँ और समग्र पर्यावरण के प्रभाव पर चर्चा की गई है। यह भी बताया गया है कि एक विद्यालय के संस्थागत ढांचे में शिक्षक, प्रशासन, और अभिभावकों की भूमिका कैसी होनी चाहिए, ताकि विद्यार्थियों का मानसिक और सामाजिक विकास सुनिश्चित किया जा सके।

इसके अतिरिक्त, विद्यालय का उद्देश्य छात्रों में एकजुटता, जिम्मेदारी, और नेतृत्व के गुणों का निर्माण करना है, जिससे वे समाज के सकारात्मक और जिम्मेदार सदस्य बन सकें। यह लेख शिक्षा के संस्थागत दृष्टिकोण को विस्तृत रूप से प्रस्तुत करता है, जो न केवल विद्यार्थियों की शैक्षिक सफलता, बल्कि उनके व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन में भी योगदान करता है।