Vol. 33 No. 04 (2013): भारतीय आधुनिक शिक्षा
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हिन्दी शिक्षा : वर्तमान परिप्रेक्ष्य में एक चुनौती

Published 2024-11-29

Keywords

  • वैश्वीकरण,
  • सामाजिक परिवर्तन

How to Cite

हिन्दी शिक्षा : वर्तमान परिप्रेक्ष्य में एक चुनौती. (2024). भारतीय आधुनिक शिक्षा, 33(04), p. 67-72. http://45.127.197.188:8090/index.php/bas/article/view/1163

Abstract

"वर्तमान परिप्रेक्ष्य में एक चुनौती" लेख में आधुनिक समय में समाज और व्यक्ति के समक्ष उत्पन्न होने वाली प्रमुख चुनौतियों का विश्लेषण किया गया है। यह लेख विशेष रूप से उन चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित करता है, जो सामाजिक, राजनीतिक, और आर्थिक स्तर पर उत्पन्न हो रही हैं। लेख में वैश्वीकरण, तकनीकी उन्नति, पर्यावरणीय संकट, और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं की चर्चा की गई है, जो वर्तमान समय में अधिक प्रासंगिक हो गई हैं। इसके अतिरिक्त, लेख में यह भी बताया गया है कि किस प्रकार समाज में तेजी से बदलते हुए रुझान और अनिश्चितता के वातावरण ने न केवल व्यक्तित्व और जीवनशैली को प्रभावित किया है, बल्कि समग्र मानवता के समक्ष कई अस्तित्वगत समस्याएं भी खड़ी की हैं। यह लेख इन चुनौतियों का समाधान प्रस्तुत करने के लिए विभिन्न दृष्टिकोणों की समीक्षा करता है, जैसे- सशक्तिकरण, सामूहिक जिम्मेदारी और सतत विकास के सिद्धांत। अंत में, यह लेख यह सुझाव देता है कि इन चुनौतियों का सामना करने के लिए एक समग्र और सहयोगात्मक दृष्टिकोण आवश्यक है, ताकि हम एक सकारात्मक और स्थिर भविष्य की दिशा में कदम बढ़ा सकें।