Vol. 33 No. 04 (2013): भारतीय आधुनिक शिक्षा
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साहित्य शिक्षण का उद्देश्य और विधि

Published 2024-11-29

Keywords

  • शैक्षिक विधाएँ,
  • नैतिक शिक्षा

How to Cite

साहित्य शिक्षण का उद्देश्य और विधि. (2024). भारतीय आधुनिक शिक्षा, 33(04), p. 99. http://45.127.197.188:8090/index.php/bas/article/view/1169

Abstract

"साहित्य शिक्षण का उद्देश्य और विधि" लेख का उद्देश्य साहित्य के शिक्षण के महत्व और इसके प्रभावी तरीकों का विश्लेषण करना है। साहित्य न केवल भाषा की समझ को बढ़ाता है, बल्कि यह विद्यार्थियों के मानसिक, सामाजिक और सांस्कृतिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस लेख में साहित्य शिक्षण के विभिन्न उद्देश्यों पर चर्चा की गई है, जैसे कि विद्यार्थियों में रचनात्मक सोच, संवेदनशीलता, और मानवीय मूल्यों का विकास करना। इसके अतिरिक्त, लेख में साहित्य शिक्षण की विधियों का भी विस्तृत विवरण दिया गया है, जैसे कि व्याख्यात्मक विधि, संवादात्मक विधि, और क्रियात्मक विधि, जिनसे विद्यार्थी साहित्य को गहरे और व्यापक दृष्टिकोण से समझ सकते हैं। लेख यह भी बताता है कि कैसे विविध साहित्यिक विधाओं (कविता, कहानी, निबंध, नाटक) को पढ़ाने से विद्यार्थियों की भाषा क्षमता, कल्पनाशक्ति, और विचारशीलता में वृद्धि होती है। अंत में, यह लेख यह सुझाव देता है कि साहित्य शिक्षण के प्रभावी तरीकों को अपनाकर शिक्षकों को विद्यार्थियों में साहित्य के प्रति रुचि और समझ पैदा करने का प्रयास करना चाहिए, ताकि वे एक संवेदनशील और समझदार नागरिक के रूप में विकसित हो सकें।