Vol. 34 No. 01 (2013): भारतीय आधुनिक शिक्षा
EDITORIAL NOTE

पड़े बेटियाँ, बढ़े बेटियाँ योजना का महेत्व तथा सफलता हेतु आवश्यक सावधानिया

Published 2024-11-29

Keywords

  • शिक्षा में रुकावटें,
  • समाज में भागीदारी

How to Cite

रशिम श्रीवास्तव. (2024). पड़े बेटियाँ, बढ़े बेटियाँ योजना का महेत्व तथा सफलता हेतु आवश्यक सावधानिया . भारतीय आधुनिक शिक्षा, 34(01), p. 56-60. http://45.127.197.188:8090/index.php/bas/article/view/1198

Abstract

पढ़े बेटियाँ, बढ़े बेटियाँ योजना" भारत सरकार द्वारा महिला शिक्षा को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण पहल है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य लड़कियों के बीच शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना और उन्हें शैक्षिक दृष्टिकोण से सशक्त बनाना है, ताकि वे अपने जीवन में स्वतंत्रता, समानता, और सामाजिक समृद्धि को प्राप्त कर सकें। यह योजना विशेष रूप से ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में रहने वाली लड़कियों के लिए महत्वपूर्ण है, जहां शिक्षा तक पहुँच और उसके प्रति जागरूकता कम होती है।

इस लेख में, "पढ़े बेटियाँ, बढ़े बेटियाँ योजना" के महत्व पर विस्तृत चर्चा की गई है, जिसमें यह बताया गया है कि यह योजना लड़कियों के अधिकारों, उनके समग्र विकास और समाज में उनकी भागीदारी को सुनिश्चित करने में सहायक है। इसके द्वारा लड़कियों को शिक्षा प्राप्त करने के समान अवसर मिलते हैं, जो उनके आत्मसम्मान, आर्थिक स्वतंत्रता और सामाजिक स्थिति में सुधार लाने में मदद करते हैं।

लेख में यह भी विचार किया गया है कि इस योजना की सफलता के लिए कुछ आवश्यक सावधानियाँ बरतनी चाहिए। इनमें प्राथमिकता के आधार पर लड़कियों के शिक्षा में रुकावटों को दूर करना, शिक्षा में गुणवत्ता की गारंटी देना, और स्थानीय समुदायों, परिवारों और विद्यालयों के साथ मजबूत साझेदारी सुनिश्चित करना शामिल है। इसके अलावा, लड़कियों के लिए सुरक्षा और समर्थन नेटवर्क का निर्माण भी अत्यंत आवश्यक है ताकि वे अपनी शिक्षा पूरी कर सकें और समाज में सशक्त भूमिका निभा सकें।