Published 2024-11-29
Keywords
- शैक्षिक जागरूकता,
- समाज में बदलाव .
How to Cite
Abstract
"स्कूल चले हम: मेरी कलम से" लेख एक व्यक्तिगत और समाजिक दृष्टिकोण से शिक्षा के महत्व को प्रस्तुत करता है। यह लेख उन बच्चों और युवा विद्यार्थियों की स्थिति और अनुभवों को उजागर करता है, जो स्कूल जाने के लिए संघर्ष करते हैं। यह लेख न केवल शिक्षा के अधिकार पर बात करता है, बल्कि विद्यार्थियों को स्कूल जाने के महत्व, शिक्षा में भागीदारी और इसके समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की क्षमता पर भी ध्यान केंद्रित करता है।
लेख में यह दर्शाया गया है कि स्कूल शिक्षा सिर्फ बौद्धिक विकास के लिए नहीं है, बल्कि यह बच्चों के सामाजिक, मानसिक और भावनात्मक विकास के लिए भी अनिवार्य है। "स्कूल चले हम" नारा बच्चों को न केवल शिक्षित करता है, बल्कि उन्हें सशक्त बनाता है, और उनकी जीवन की दिशा को बेहतर बनाता है। इस लेख में लेखक ने अपनी कलम से यह संदेश दिया है कि शिक्षा को लेकर बच्चों में जागरूकता बढ़ाना, उन्हें विद्यालय जाने के लिए प्रेरित करना और समाज में बदलाव लाने के लिए बच्चों को शिक्षा का अधिकार देना अत्यंत आवश्यक है।