Vol. 31 No. 04 (2011): भारतीय आधुनिक शिक्षा
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अज्ञेय कि भाषा शिक्षा

Published 2024-11-22

Keywords

  • अभिव्यक्ति।,
  • समाज

How to Cite

अज्ञेय कि भाषा शिक्षा . (2024). भारतीय आधुनिक शिक्षा, 31(04), p. 16-23. http://45.127.197.188:8090/index.php/bas/article/view/453

Abstract

अज्ञेय, हिंदी साहित्य के महान कवि और लेखक, ने अपने साहित्यिक कार्यों में भाषा और शिक्षा के महत्व को गहरे तरीके से समझा और प्रस्तुत किया है। उनका मानना था कि भाषा केवल संवाद का साधन नहीं, बल्कि विचारों और संस्कृति का संरक्षक भी है। अज्ञेय ने अपने लेखन में भाषा के माध्यम से समाज, मनुष्य और जीवन के जटिल पहलुओं को उजागर किया। उनकी भाषा शिक्षा की अवधारणा में केवल व्याकरण और शब्दावली नहीं, बल्कि विचार, संवेदना और अभिव्यक्ति के रूप में भाषा की शक्ति को स्थान दिया गया।

अज्ञेय की भाषा को आधुनिक हिंदी कविता का प्रतीक माना जाता है, जिसमें उन्होंने अभिव्यक्ति की नवीनता, रूपक और प्रतीकात्मकता का भरपूर उपयोग किया। उनकी रचनाएँ साहित्यिक गहराई और सामाजिक यथार्थ को जोड़ने वाली कड़ी हैं। उनके अनुसार, शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान प्रदान करना नहीं, बल्कि एक संवेदनशील, विचारशील और समाज के प्रति जागरूक नागरिक तैयार करना है।