Vol. 30 No. 02 (2009): भारतीय आधुनिक शिक्षा
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शिक्षा का शसक्त माधीयम प्रभास विधा

Published 2024-11-13

Keywords

  • प्रभास विधा,
  • आत्म-विश्वास

How to Cite

शिक्षा का शसक्त माधीयम प्रभास विधा . (2024). भारतीय आधुनिक शिक्षा, 30(02), 112-116. http://45.127.197.188:8090/index.php/bas/article/view/65

Abstract

यह लेख "प्रभास विधा" को शिक्षा के सशक्त माध्यम के रूप में प्रस्तुत करता है, जो शिक्षण और सीखने की प्रक्रिया में सकारात्मक परिवर्तन ला सकता है। प्रभास विधा, जो मूल रूप से भारतीय लोककला और संवाद की एक विशेष शैली है, शिक्षा के क्षेत्र में छात्रों के सोचने, समझने, और संवाद करने के कौशल को विकसित करने के लिए एक प्रभावी उपकरण के रूप में उपयोग की जा सकती है।

लेख में यह दिखाया गया है कि प्रभास विधा का उपयोग किस प्रकार से कक्षा में शिक्षण के दौरान छात्रों के साथ बेहतर संवाद, रचनात्मक सोच, और सक्रिय भागीदारी को बढ़ावा दे सकता है। यह विधा छात्रों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, आत्म-विश्वास, और सामाजिक मुद्दों पर विचार करने की क्षमता प्रदान करती है, जो आज की शिक्षा में महत्वपूर्ण है। प्रभास विधा का उपयोग शिक्षा में विचारशीलता, समस्या-समाधान, और समग्र विकास को प्रोत्साहित करने के लिए किया जा सकता है।