Published 2024-11-25
Keywords
- समाज और शिक्षा,
- समावेशी शिक्षा
How to Cite
Abstract
इस आलेख में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) के पचास वर्षों के सफर का विश्लेषण किया गया है, और विद्यालय शिक्षा एवं समाज के संदर्भ में इसके योगदान का मूल्यांकन किया गया है। NCERT ने भारतीय शिक्षा प्रणाली को पुनः परिभाषित किया है और शैक्षिक दृष्टिकोण में सुधार करने के लिए अनेक पहल की हैं। लेख में यह बताया गया है कि किस प्रकार एनसीईआरटी ने शैक्षिक पाठ्यक्रम, पाठ्यपुस्तकों, शिक्षक प्रशिक्षण और शोध में अपनी भूमिका निभाई है, जिससे भारतीय शिक्षा का स्तर और उसकी समग्र दृष्टिकोण को सकारात्मक दिशा मिली है।
एनसीईआरटी के पचास वर्षों के कार्यकाल में विद्यालय शिक्षा में अनेक महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं, जैसे कि समावेशी शिक्षा, गुणवत्तापूर्ण शैक्षिक सामग्री का निर्माण, और सामाजिक और सांस्कृतिक विविधताओं को ध्यान में रखते हुए पाठ्यक्रम को विकसित करना। यह आलेख इस बात को भी रेखांकित करता है कि एनसीईआरटी ने शिक्षा के साथ समाज की जरूरतों और बदलावों को ध्यान में रखते हुए अपने कार्यों को निरंतर अपडेट किया है।