खंड 32 No. 03 (2012): भारतीय आधुनिक शिक्षा
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ज्ञान का बदलता स्वरूप ओर शिक्षा की समस्या

प्रकाशित 2024-11-29

संकेत शब्द

  • ज्ञान का बदलता स्वरूप,
  • शिक्षा की समस्याएँ

सार

आज के आधुनिक और डिजिटल युग में ज्ञान का स्वरूप तेजी से बदल रहा है। पारंपरिक रूप से जो ज्ञान एक स्थिर और सीमित स्रोतों से आता था, वह अब इंटरनेट, डिजिटल प्लेटफॉर्म और ऑनलाइन संसाधनों के माध्यम से वैश्विक और अनंत हो चुका है। इस बदलाव के साथ, शिक्षा प्रणाली को नई चुनौतियाँ और समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जो विद्यार्थियों के सीखने के तरीके, शिक्षकों की भूमिका, और शैक्षिक नीतियों पर गहरा प्रभाव डाल रही हैं।

यह लेख ज्ञान के बदलते स्वरूप को विस्तार से समझने का प्रयास करता है और यह बताता है कि कैसे सूचना और प्रौद्योगिकी के तेज़ी से विस्तार ने शिक्षा में कई जटिलताएँ पैदा की हैं। इसमें विशेष रूप से शिक्षा में असमानता, डिजिटल खाई, और शैक्षिक संसाधनों की अनुपलब्धता जैसी समस्याओं पर विचार किया गया है। इसके साथ ही, यह भी चर्चा की गई है कि इन समस्याओं का समाधान कैसे निकाला जा सकता है, जैसे कि डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देना, समावेशी शिक्षा प्रणालियाँ विकसित करना, और पाठ्यक्रम को नवीनतम ज्ञान से जोड़ना।

इस अध्ययन का उद्देश्य यह समझना है कि ज्ञान के बदलते स्वरूप के साथ शिक्षा की चुनौतियों का समाधान क्या हो सकता है और किस तरह से शैक्षिक प्रणाली को इस बदलाव के साथ तालमेल बिठाते हुए सशक्त किया जा सकता है।।