खंड 32 No. 04 (2012): भारतीय आधुनिक शिक्षा
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जीवन कौशलों की शिक्षा प्रदान करने में घर समुदाय जनसंचार माध्यम तथा विद्यालय की भूमिका

प्रकाशित 2024-11-29

संकेत शब्द

  • संचार कौशल,
  • सामाजिक कौशल

सार

यह लेख जीवन कौशलों की शिक्षा प्रदान करने में घर, समुदाय, जनसंचार माध्यम और विद्यालय की भूमिका पर केंद्रित है, जिसमें विभिन्न संस्थाओं और सामाजिक घटकों के योगदान की महत्वपूर्णता पर चर्चा की गई है। जीवन कौशल शिक्षा का उद्देश्य व्यक्तियों को मानसिक, सामाजिक और भावनात्मक रूप से सशक्त बनाना है, ताकि वे जीवन की चुनौतियों का सामना कर सकें और स्वस्थ, समृद्ध और संतुलित जीवन जी सकें। लेख में यह विश्लेषण किया गया है कि घर, विद्यालय, समुदाय और जनसंचार माध्यम मिलकर इस प्रक्रिया में योगदान करते हैं और जीवन कौशलों के विकास में सहायक होते हैं।

घर में परिवार के सदस्य बच्चों को बुनियादी जीवन कौशल सिखाते हैं जैसे भावनात्मक संतुलन, संचार कौशल, और निर्णय लेने की क्षमता। विद्यालय में शैक्षिक और सह-पाठ्यक्रम गतिविधियाँ जीवन कौशलों को विकसित करने के लिए एक संरचित वातावरण प्रदान करती हैं। समुदाय अपने अनुभव और संसाधनों के माध्यम से बच्चों और युवाओं को सामाजिक और व्यावहारिक कौशल सिखाने में सहायक होता है। इसके अतिरिक्त, जनसंचार माध्यम (जैसे टीवी, रेडियो, इंटरनेट, और सोशल मीडिया) जीवन कौशलों के बारे में जानकारी और जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

लेख में यह भी बताया गया है कि इन सभी घटकों का सामूहिक योगदान जीवन कौशलों के विकास में बहुत प्रभावी होता है और यह व्यक्तियों को समाज में जिम्मेदार और प्रभावी नागरिक बनाने में मदद करता है।