कविता अपनी लय और तुकबंदी के कारण बाल मन को सहज ही अपनी ओर आकर्षित कर लेती है। प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ते समय पाठ्यपुस्तक में दिए गए कहानी, नाटक आदि को कविता में ढाल कर बच्चों को पढ़ाया जाए तो बच्चों को बहुत आनंद आता है। कविता बनाते समय यदि बच्चों को भी शामिल कर लिया जाए तो उनका उत्साह देखते ही बनता है। ऐसे ही एक प्रयास के संबंध में इस लेख में बताया गया है।