प्यार, भरोसा और आत्मीयता, जोड़े बच्चे का पढ़ने से नाता। वास्तव में शिक्षक का स्नेहिल व्यवहार बच्चों के लिए सब कुछ सहज बना देता है। जटिल और नीरज लगने वाला विषय भी बच्चों के लिए सरस बन जाता है इसलिए शिक्षक तथा बच्चों के बीच प्यार भरा नाता होना जरूरी है। यह कहानी भी कुछ ऐसा ही संदेश देती है।