प्राथमिक स्तर पर अध्यापन करने वाला शिक्षक शिक्षा व्यवस्था का सबसे महत्वपूर्ण स्तंभ है। कक्षा कक्षा की चुनौतियां उसी के लिए सर्वाधिक होती है। परंतु धैर्य, सहानुभूति, स्नेह जैसे समुचित गुणों के साथ यथोचित प्रदर्शन के माध्यम से अध्यापक विद्यार्थियों के प्रति प्रोत्साहन का वातावरण निर्मित कर सकता है। कक्षा कक्ष की किसी भी प्रकार की चुनौतियों का समाधान करना उसके वश में होता है।