खंड 34 No. 1 (2010): प्राथमिक शिक्षक
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कथालोक

वसीली सुखोम्लीन्सकी
शिक्षा विमर्श

प्रकाशित 2024-11-27

संकेत शब्द

  • लोक कथा,
  • कहानी,
  • कथाकार

सार

जिम पियाजे ने बालक के संज्ञानात्मक विकास के विभिन्न चरणों में मूर्त्त ज्ञान को अहम माना है। कथाकार बच्चों के लिए जब कहानी सृजित करता है, तो वह कहानी के हर एक पहलू को जीवंत करने का भरसक प्रयास करता है, ताकि बच्चे उस कहानी के पहलू पर अपने आप को महसूस कर सकें। उक्त आलेख कथा संसार की इसी जीवंतता पर आधारित है।