Abstract
पूर्व प्राथमिक केंद्र के प्रत्येक अभिभावक की यह अपेक्षा रहती है कि उसका बच्चा केंद्र में बहुत कुछ सीखे। लेकिन कभी-कभी अनजाने में अभिभावक पूर्व प्राथमिक केंद्र की गतिविधियों में बाधा उत्पन्न कर देते हैं। ऐसे में केंद्र का संचालन कठिन हो जाता है और बच्चों के विकास पर प्रभाव पड़ता है। परंतु यदि अभिभावकों को भी केंद्र की गतिविधियों में शामिल कर लिया जाए तो उनके योगदान से पूर्व प्राथमिक केंद्रों के कार्यक्रमों को और भी सरल, रोचक और उपयोगी बनाया जा सकता है। यह लेख इसी दिशा में एक छोटा सा प्रयास है।