Vol. 36 No. 1 (2012): प्राथमिक शिक्षक
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चलो जामुन खाने 

ज्योतिभाई देसाई
गांधी विद्यापीठ, गुजरात 

Published 2024-12-03

How to Cite

ज्योतिभाई देसाई. (2024). चलो जामुन खाने . प्राथमिक शिक्षक, 36(1), p.28-31. http://45.127.197.188:8090/index.php/pp/article/view/1500

Abstract

सीखने सिखाने की प्रक्रिया के दौरान बच्चों के अनुभवों को शामिल करने से सीखना बच्चों के लिए सरल और सहज बन जाता है। केवल किताबी ज्ञान जहां बच्चों के लिए कभी-कभी नीरस और बोझिल हो जाता है, वहीं उनके परिवेश से जोड़ते हुए सीखने के अवसर उन्हें मिले तो बच्चों के लिए सीखना आनंददायी हो जाता है। किस प्रकार से सीखने सिखाने की प्रक्रिया को बच्चों के दिन प्रतिदिन के अनुभवों से जोड़ा जाए, जानने के लिए पढ़िए यह लेख - ' चलो जामुन खाने'।