Vol. 34 No. 1 (2010): प्राथमिक शिक्षक
Articles

कैसी हो कहानियाँ: (सीख का बोझ उठाए या जो मन को गुदगुदाए)

शारदा कुमारी
वरिष्ठ प्रवक्ता, म. शि. एवं प्रशिक्षण संस्थान, नई दिल्ली

Published 2024-11-27

Keywords

  • प्राथमिक पाठ्यचर्चा,
  • प्रारंभिक शिक्षा,
  • बाल्यावस्था

How to Cite

कैसी हो कहानियाँ: (सीख का बोझ उठाए या जो मन को गुदगुदाए). (2024). प्राथमिक शिक्षक, 34(1), p.77-84. http://45.127.197.188:8090/index.php/pp/article/view/339

Abstract

प्राथमिक पाठ्यचर्चा की ज़रूरतें पूरी करने के लिए पूर्णरूपेण परिपक्वता एवं अनुभवों के साथ बच्चों की तैयारी पूरी करने के लिए "बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा" के कार्यक्रमों को न केवल मानव विकास के अनिवार्य घटक, अपितु प्रारंभिक शिक्षा के सार्वजनीकरण और महिला विकास के कार्यक्रम के।समर्थन के रूप में भी देखा गया है। इन कार्यक्रमों को क्रियान्वित करनेवाले अध्यापकों को 'प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल एवं शिक्षा' नाम से दो वर्षीय पाठ्यक्रम में शामिल होना पड़ता है, जिसमें उन्हें बच्चों की ज़रूरतें समझने, उन्हें कहानी-कविता सुनाने और तरह तरह की गतिविधियों में संलग्न करने का प्रशिक्षण दिया जाता है। इस तरह का प्रशिक्षण देनेवाले एक संस्थान द्वारा बच्चों को कहानियाँ सुनाने के संदर्भ में क्या सिखाया जा रहा है, उसी की एक बानगी इस लेख में प्रस्तुत है।